Hasrate le gaye is bazm se chalne wale

हसरतें ले गए इस बज़्म से चलने वाले
हाथ मलते ही उठे इत्र के मलने वाले

वो गए गोर-ए-गरीबाँ पे तो आई ये सदा
थम ज़रा ओ रविश-ए-नाज़ से चलने वाले 

देखिए क्या हवा लाए मेरे नामे का जवाब 
पास उनके हैं बहुत ज़हर उगलने वाले 

इन जफ़ाओं पे वफ़ा करिए न करिए लेकिन 
दिल बदलता नहीं ओ आँख बदलने वाले 

शर्म आलूदा निगाहें तो करेंगी बिस्मिल
अब कोई आन में ये तीर हैं चलने वाले

दिल ने हसरत से कहा तीर जो उसका निकला
देख इस तरहा निकलते हैं निकलने वाले

दिल-ए-बेताब वो आते हैं ख़बर आई है 
सब्र कर सब्र ज़रा मेरे मचलने वाले 

इमतेहान तेग़-ए-जफ़ा का जो उन्हें हो मंज़ूर
बच- चा कर अभी टल जाते हैं टलने वाले 

गरमि-ए-सोहबत-ए-अग़यार के शिकवे पे कहा
आप ऎ दाग़ हमेशा के हैं जलने वाले

Daag Dehalvi

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