उसने लिखा ‘मुझे भूल जाओ’
हमने भी जवाब दिया ‘कौन हो तुम’?
Category: Yaad / Bhulna Shayri
Sardiya
फिर पलट रही है सर्दियो की सुहानी शामें,
फिर उसकी याद में जलने का ज़माना आ गया
Zakhm
शायद कुछ दिन और लगेंगे, ज़ख़्मे-दिल के भरने में,
जो अक्सर याद आते थे वो कभी-कभी याद आते हैं।
Dhadkan
कहीं रुक ना जाये मेरे दिल की धड़कने
थक गया है दिल तुझे याद करते करते