उसने क्या जाने क्या किया लेकर,
दिल किसी काम का नहीं होता ।
Category: Momin Khan Momin
Ishq
उम्र तो सारी क़टी इश्क़-ए-बुताँ में ‘मोमिन’
आखिरी उम्र में क्या खाक मुसलमाँ होंगे
Aansu
मेरे आँसू न पोंछना देखो
कहीं दामान-तर न हो जाए
Fasana
चले तुम कहाँ मैंने तो दम लिया है
फ़साना-दिले-ज़ार का कहते-कहते