इस से पहले कि बेवफ़ा हो जाएँ
क्यूँ न ए दोस्त हम जुदा हो जाएँ
Category: Dosti Shayri
Dosti
अगर तुम्हरी ही आन का है सवाल
तो चलो मैं हाथ बढ़ता हूँ दोस्ती के लिए
Dosti
हमसे पूछो दोस्ती का सिला
दुश्मनों का भी दिल हिला देगा
Zakhm
दाग़ दुनिया ने दिए जख़्म ज़माने से मिले
हम को तोहफे ये तुम्हें दोस्त बनाने से मिले