उस को भी हम से मोहब्बत हो ज़रूरी तो नहीं 

सबा अकबराबादी

उस को भी हम से मोहब्बत हो ज़रूरी तो नहीं 
इश्क़ ही इश्क़ की क़ीमत हो ज़रूरी तो नहीं 

एक दिन आप की बरहम-निगही देख चुके 
रोज़ इक ताज़ा क़यामत हो ज़रूरी तो नहीं 

मेरी शम्ओं को हवाओं ने बुझाया होगा 
ये भी उन की ही शरारत हो ज़रूरी तो नहीं 

अहल-ए-दुनिया से मरासिम भी बरतने होंगे 
हर नफ़स सिर्फ़ इबादत हो ज़रूरी तो नहीं 

दोस्ती आप से लाज़िम है मगर इस के लिए 
सारी दुनिया से अदावत हो ज़रूरी तो नहीं 

पुर्सिश-ए-हाल को तुम आओगे उस वक़्त मुझे 
लब हिलाने की भी ताक़त हो ज़रूरी तो नहीं 

सैकड़ों दर हैं ज़माने में गदाई के लिए 
आप ही का दर-ए-दौलत हो ज़रूरी तो नहीं 

बाहमी रब्त में रंजिश भी मज़ा देती है 
बस मोहब्बत ही मोहब्बत हो ज़रूरी तो नहीं 

ज़ुल्म के दौर से इकराह-ए-दिली काफ़ी है 
एक ख़ूँ-रेज़ बग़ावत हो ज़रूरी तो नहीं 

एक मिस्रा भी जो ज़िंदा रहे काफ़ी है 'सबा' 
मेरे हर शेर की शोहरत हो ज़रूरी तो नहीं 

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ज़ख़्म जो आप की इनायत है

सुदर्शन फ़ाकिर

ज़ख़्म जो आप की इनायत है इस निशानी को नाम क्या दे हम
प्यार दीवार बन के रह गया है इस कहानी को नाम क्या दे हम

आप इल्ज़ाम धर गये हम पर एक एहसान कर गये हम पर
आप की ये मेहरबानी है मेहरबानी को नाम क्या दे हम

आपको यूँ ही ज़िन्दगी समझा धूप को हमने चाँदनी समझा
भूल ही भूल जिस की आदत है इस जवानी को नाम क्या दे हम

रात सपना बहार का देखा दिन हुआ तो ग़ुबार सा देखा
बेवफ़ा वक़्त बेज़ुबाँ निकला बेज़ुबानी को नाम क्या दे हम

चराग़-ओ-आफ़ताब ग़ुम

सुदर्शन फ़ाकिर

चराग़-ओ-आफ़्ताब ग़ुम, बड़ी हसीन रात थी
शबाब की नक़ाब ग़ुम, बड़ी हसीन रात थी

मुझे पिला रहे थे वो कि ख़ुद ही शम्मा बुझ गई
गिलास ग़ुम शराब ग़ुम, बड़ी हसीन रात थी

लिखा हुआ था जिस किताब में, कि इश्क़ तो हराम है
हुई वही किताब ग़ुम, बड़ी हसीन रात थी

लबों से लब जो मिल गए, लबों से लब जो सिल गए
सवाल ग़ुम जवाब ग़ुम, बड़ी हसीन रात थी

ग़म बढ़े आते हैं

सुदर्शन फ़ाकिर

ग़म बढे़ आते हैं क़ातिल की निगाहों की तरह
तुम छिपा लो मुझे, ऐ दोस्त, गुनाहों की तरह

अपनी नज़रों में गुनाहगार न होते, क्यों कर
दिल ही दुश्मन हैं मुख़ालिफ़ के गवाहों की तरह

हर तरफ़ ज़ीस्त की राहों में कड़ी धूप है दोस्त
बस तेरी याद के साये हैं पनाहों की तरह

जिनके ख़ातिर कभी इल्ज़ाम उठाये, “फ़ाकिर”
वो भी पेश आये हैं इंसाफ़ के शाहों की तरह