सारे दर्द मुझे ही सौंपे उसने
शायद उसे मुझ पे ऐतबार बहुत था
Tag: aitbaar
Muhabbat ka aitbaar
उसे किसी की मुहब्बत का ऐतबार नहीं
उसे ज़माने ने शायद बहुत सताया है
सारे दर्द मुझे ही सौंपे उसने
शायद उसे मुझ पे ऐतबार बहुत था
उसे किसी की मुहब्बत का ऐतबार नहीं
उसे ज़माने ने शायद बहुत सताया है