कब माँगा हैं मैंने तुमसे खुशियों का खज़ाना
तुम बस
हंस कर हाथ थाम लो इतनी सी ख्वाहिश है
Tag: Khwahish
Mausam
मौसम बहुत सर्द है…,
…चल ऐ दिल…!
…कुछ ख्वाहिशों को…,
…आग लगाते हैं…!!
Khwahish
काश एक ख़्वाहिश पूरी हो इबादत के बगैर
वो आके गले लगा ले मेरी इज़ाजत के बगैर