मैं वक़्त बन जाऊं, तू बन जाना कोई लम्हा…
मैं तुझमे गुज़र जाऊं, तू मुझमें गुज़र जाना…
मैं वक़्त बन जाऊं, तू बन जाना कोई लम्हा…
मैं तुझमे गुज़र जाऊं, तू मुझमें गुज़र जाना…
नज़र से दूर ना हो दिल से उतर जायेगा
वक़्त का क्या है गुजरता है गुज़र जायेगा
#अहमद_फ़राज़ #Ahmed_Faraz
आख़िरी वक़्त भी पूरा न किया वादा-ए-वस्ल
आप आते ही रहे मर गये मरने वाले