Tum ye kaise juda ho gaye

तुम ये कैसे जुदा हो गये 
हर तरफ़ हर जगह हो गये

अपना चेहरा न बदला गया
आईने से ख़फ़ा हो गये

जाने वाले गये भी कहाँ 
चाँद सूरज घटा हो गये

बेवफ़ा तो न वो थे न हम 
यूँ हुआ बस जुदा हो गये

आदमी बनना आसाँ न था 
शेख़ जी आप हो गये

Nida Fazli

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