काश के कोई आकर सम्भाल ले मुझको बाँहो में,
धीरे धीरे ख़त्म हो रहा हूँ मैं भी दिसंबर की तरह
Month: December 2015
Taqdeer
तकदीर ने यह कहकर, बङी तसल्ली दी है मुझे,
कि वो लोग तेरे काबिल ही नहीं थे जिन्हें मैंने दूर किया है..
Jeene ki tamanna
पी लिया करते हैं जीने की तमन्ना में कभी,
डगमगाना भी ज़रूरी है संभलने के लिए।
Muhabbat
कुछ ना बिगाड़ सकोगे मेरा मुझसे दुश्मनी करके,
अगर मुझे मिटाना ही चाहते हो तो मुहब्बत कर लो मुझसे