Shayrana
Shayrana si hai Zindgi ki Fiza
उसने लिखा ‘मुझे भूल जाओ’ हमने भी जवाब दिया ‘कौन हो तुम’?
ऐसा लगता हैं के वो भूल गया है हमको अब कभी खिडकी का पर्दा नहीं बदला जाता