Shayrana
Shayrana si hai Zindgi ki Fiza
पलकों में आंसू और दिल में दर्द सोया है दिल तोड़ने वाला क्या जाने रोने वाला किस कदर रोया है ।
आँखों में तेरी ज़ालिम छुरियाँ छुपी हुई हैं देखा जिधर को तूने पलकें उठाके मारा